रविवार, 16 अप्रैल 2017

मूल आदिवासी युवा ने पकड़ी कमान, लिया समाज सुधार का जिम्मा

मूल आदिवासी युवा संगठन दांता तहसील ने कल उच्च माध्यमिक विद्यालय हडाद में समाज सुधार बैठक का आयोजन किया | पिछले कई सालो से कार्य कर रहे समाज कर्मचारी वर्ग द्वारा बदलाव न आने से जागरूक युवा ने समाज सुधार की कमान को अपने हाथ लिया | समाज सुधार के लिए छोटी छोटी कई बैठक करके कल बड़ी बैठक हुई | कार्यक्रम में दांता तहसील मामलतदार बी.एम.खराड़ी एवं नायब मामलतदार हकूभाई कोदरवी तथा आदिसमाज जिला प्रमुख एवं कई पंचायत के सरपंच तथा वार्डपंच और साथ ही अम्बाजी के सुप्रसिद्ध लोकगायक निलेश भी शामिल हुए | कार्यक्रम की शुरुआत सभी के स्वागत से हुई | स्वागत प्रकिया बाद मूल आदिवासी युवा संगठन के मंत्री खराड़ी करण भाई ने शादियों में होनेवाले खर्च के लिए बनाये नियमो को सबके समक्ष रखा और सभी से निवेदन किया की इन नियमो का पालन करे | कार्यक्रम में आये गणापीपली सरपंच सुशीला ने महिलाओं को गुंगट प्रथा से जुडी बात करते हुए कहा की मुझे गर्व है की मैं आदिवासी हूँ | मैं खुद एक महिला हूँ और मैं जानती हूँ की घर तथा समाज में महिला के साथ कैसा व्यवहार होता है,और निवेदन किया कि समाज के लिए बने नियमो का लागु करने हेतु खुद को बदले | उच्च माध्यमिक विद्यालय हडाद अध्यापक ने कहा की आप अपने बच्चो की शिक्षा पर ध्यान नहीं देने से सभी समस्या आ रही है | अगर समाज शिक्षित होगा तो इस तरह बैठक करने की आवश्यकता भी नहीं होगी | आदिसमाज जिला प्रमुख ने कहा कि समाज सुधार के लिए युवा को आगे आने कि जरुरत थी अब आये है तो जरूर बदलाव होगा | युवा संगठन के राजेश ने नशे से जुडी कहानी को प्रस्तुत कर इसे भी दूर करने का आहवान किया | कार्यक्रम अध्यक्ष हकूभाई कोदरवी ने समाज सुधार के नियमो को विस्तार से बयां किया | और मूल आदिवासी युवा संगठन का जितना हो सके सहयोग करने की इच्छा जाहिर की तथा कहा की पहले ये कमान हम कर्मचारी वर्ग के हाथ में थी | गांव और समाज में बैठक बहुत कम कर पाते इस वजह से परिणाम सही नहीं मिल पाता था | लेकिन अब ये बेडा जब हमारे युवा ने उठाया है तो इसमें सुधार की पूरी संभावना है | जागरूक युवा मुकेश सोलंकी ने बताया की वे आदिवासी समाज के युवाओ को निशुल्क आने वाले माह से प्रतियोगिता परीक्षा की कोचिंग करवाएंगे | निलेश बुंबडिया ने अपने भजन " तू रंगाई जाने रंगमा " से लोगों को मनोरंजित किया एवं लोगों को समाज सुधार में रंगने की अपील की | इस तरह कार्यक्रम का सफल आयोजन हुआ एवं करीब 400 से भी अधिक लोगों की उपस्थिति रही | रिपोर्ट - आदिवासी विनोद

सोमवार, 13 मार्च 2017

होली की दुनिया, बड़ी निराली



होली की दुनिया, बड़ी निराली
लोग डालते कई रंग निराले
कोई पिला डाले,कोई लाल डाले
हरा डाले कोई केसरी डाले
हर कोई बस गुलाल का रंग डाले
कोई समझे रंग का महत्व
कोई समझे होली का महत्व
पर हम न समझे होली का रंग
सोच रहे होंगे क्यों न समझे
हम बताते है क्यों न समझे
होली का रंग शाम उतारोगे
रंग लगायो कुछ ऐसा लगायो
बदले समाज की सोच को
होली खेलो विचारो की खेलो
होली की दुनिया, बड़ी निराली
लोग डालते कई रंग निराले





मंगलवार, 7 मार्च 2017

महिला सुरक्षित देश सुरक्षित

महिला दिवस पर खास पेशकश
महिला दिवस पर खास कुछ चुनिदा मेरे संपर्क में जो महिला थी उनसे जाने उनके विचार,वे क्या अपेक्षा रखते है मुझसे | जो आपके बिच रख रहा हूँ |
आप भी जानिये आपसे जुडी उस हर महिला कि सोच जो आपसे कुछ अपेक्षा रखती है |
और ये भी कोशिश कीजिये कि क्या आप उनकी अपेक्षा पूरी कर पा रहे है,अगर नही तो कैसे करेंगे | यहाँ जरूर बताये |
१.बस महिलायो के पक्ष में जैसे काम कर रहे है,सम्मान करते है,दुसरो को भी प्रेरित करे - Rani Jha
२.आपसे मेरी यही अपेक्षा है किआप अपने समाज के लिए जो काम कर रहे है,वो करते रहिये | भील और गरासिया ईमानदार होते है पर अधिकार नही मिल पाते उन्हें अधिकार मिल पाए ऐसी कोशिश कीजिये | और महिलाएं शराब बेचना बंद करे |- Durgesh Sharma
३.हमेशा दोस्त बने रहिये,काम में साथ देना | -Mamta Rajwade
४.महिला समाज कि कुरीति में जकड़ी हुई है,जैसे गुंगट प्रथा,बालविवाह को ख़त्म करने में प्रयास करे | आप किसी महिला या लड़की कि गहराई में ज्यादा न जाये और समाधान करके उन्हें उनके हाल में रहने दे | -उषाजी
५.समाज सुधार में लगे रहो,क्योंकि समाज सेवक को मैं यही विश्वास दिलाना चाहती हूं - रेखा राजपूत
६.महिला कि इज्जत करना सीखे | जब किसी महिला को सहारे कि जरुरत हो उनका सहारा बने | सबको सम्मान दे | दोस्त का साथ हमेशा दे ताकि उसे ये न लगे कि उसका कोई नही है |- कविता शर्मा
७.महिलायो पर ज्यादा से ज्यादा विश्वास करो -Jassi Dabi
८.आप हमारे गांव में जाकर महिला को जागरूक करे कि उन्हें कैसे आगे बढ़ना चाहिए - Monika Taral
९.हमारे हर कदम पर आपका साथ रहे |हर महिला का साथ दे | जो दुखी हो उनकी मदत करे |- नीतू जी
१०.हर महिला को सम्मान मिले हर महिला आगे बढे | कुछ महिला शादी करने के बाद आगे नही बढ़ पाती | कुछ महिलाएं शारीरिक रूप से कमजोर होती है तो उन्हें काफी तकलीफ होती है | उनके लिए सुविधाएं होती है तब वो आगे बढ़ पाती है ,पर जो समानता होनी चाहिए वो नही होती | आप कोशिश करे कि ये समानता बन पाए |- Gargie Sharma
११.आप महिलायों के विकास के लिए कार्य करते रहिये - नीना शर्मा
१२.हम महिलायों पर हिंसा न हो इसके लिए आज रैली निकालेंगे,आप सहयोग करे | और आगे भी सहयोग करते रहियेगा |- नवली कुमारी
१३.मेरा छोटा भाई नही है,मैं चाहती हूं आप मेरे छोटे भाई के रूप में जिन महिलायों को मदत चाहिए उनकी मदत करे,उनकी रक्षा करे | - पुष्पाजी
१४.बस कभी हमे भूलना मत - नीतिका
१५.गांव में महिलायों के लिए कुछ ऐसा कीजिये कि जिससे महिला आगे बढे |
१६.मुझे कभी कभी बहुत डर लगता है,जब घर से निकलती हूँ, स्कूल जाती हूं | पिछले दिनों मेरे साथ एक हादसा हुआ | तब से ऐसा लगता है कि लडकिया सुरक्षित नही है | मैं ज्यादा नही डरती सम्भकर चलती हूं | पर कई लडकिया संभल कर नही चल पाती अपनी जिंदगी में उन्हें आप जैसे दोस्त या आप जैसे भाई कि जरूरत है | जो उन्हें मजबूत बना सके | मैं समझूगी कि अगर आपने ये कर दिया तो,मेरी साड़ी इच्छाये पूरी हो जाएगी | -संध्या कुमारी
जो लोग ये कहते है कि पुरुष सर्वक्षेष्ठ है, मैं उनसे कहना चाहता हूं कि पुरुष तो स्वम् महिला के गर्भ से जन्म लेता है वो महिला से क्षेष्ठ कैसे हो सकता है |
मैं ये प्रतिज्ञा लेता हूं कि मैं हर महिला का सम्मान करूँगा | जिन महिलायों के साथ अत्याचार हो रहा है उनकी रक्षा करने के लिए उन्हें मजबूत बनाने कि कोशिश करूँगा | महिला शक्ति महान है | इस संसार में महिला से बढ़कर कोई नही हो सकता |

बुधवार, 22 फ़रवरी 2017

भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना

भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना

वो सभी बातें जो हर आम आदमी योजना के सम्बन्ध में जानना चाहता है
1.भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना क्या है?
भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के अन्तर्गत NFSA तथा RSBY अन्तर्गत आने वाले परिवार के सदस्यों को प्रति परिवार प्रति वर्ष सामान्य बीमारियों हेतु रू. तीस हजार  तथा गंभीर बीमारियों हेतु रू. तीन लाख तक का निःशुल्क इलाज सरकारी (सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा उनसे उच्च संस्थान) तथा सूचीबद् निजी चिकित्सालयों में अन्तरंग स्वास्थ्य सुविधाओं (IPD) के लिए दिया जाता है।
2.यह योजना कब एवं क्यो प्रारम्भ की गई ?
माननीय मुख्यमंत्री महोदया द्वारा बजट भाषण 2014-15 में स्वास्थ्य बीमा योजना की घोषणा की गई थी, जिसकी अनुपालना में दिनांक 13 दिसम्बर, 2015 से भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना प्रदेश में प्रारम्भ की गई।
3.राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के पात्र परिवारों का क्या अर्थ है?
सामान्य भाषा में वे परिवार जिनको राशन की दुकान से माह अक्टूबर 2015 के पष्चात गेहूँ प्राप्त हो रहा है वे परिवार राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अन्तर्गत आते है।
4.मैं राजस्थान राज्य के बाहर का निवासी हूं क्या मुझे इस योजना का लाभ मिल सकता है?
नहीं, उक्त योजना केवल राजस्थान राज्य के निवासियों हेतु बनायी गयी है।
5.क्या इलाज के दौरान मुझसे किसी भी तरह की राशि वसूल की जायेंगी?
नहीं, इस योजना के अन्तर्गत सम्पूर्ण सुविधाएँ पूर्णतः निःशुल्क (कै शलेस) है।
6.मैं राजस्थान का मूल निवासी हूं परन्तु राज्य के बाहर नौकरी करता हूं, क्या मुझे इस योजना का लाभ मिल सकता है?
जी हां, उक्त योजना राजस्थान राज्य के निवासियों हेतु बनायी गयी है अतः आप इसका लाभ ले सकते है।
7.मैं एक आम नागरिक हूँ। क्या मैं बीमा कम्पनी का प्रीमियम देकर योजना का लाभ ले सकता हूँ?
जी नहीं। योजना में ऐसा कोई प्रावधान नही है।
8.योजना के अन्तर्गत कितनी राशि की चिकित्सा सेवा कवर की गयी है?
सामान्य बिमारियों हेतु रू. तीस हजार  तथा गंभीर बिमारियों हेतु रू. तीन लाख तक का बीमा कवर प्रति परिवार प्रति वर्ष किया गया है।
9.योजना के अंतर्गत लाभार्थी के इलाज में क्या-क्या सम्मिलित है ?
योजना के अन्तर्गत लाभार्थी को सामान्य वार्ड में योजनान्तर्गत आने वाले डिजीज पैकेज से सम्बन्धित निम्नाकिंत चिकित्सा सुविधाएँ शामिल है-
·         बिस्तर व्यय सामान्य वार्ड/आई.सी.यू. में
·         भर्ती व्यय तथा नर्सिग व्यय।
·         शल्य चिकित्सा में शामिल व्यय।
·         वेन्टीलेटर शुल्क, शल्य उपकरणों, दवाओं, आक्सीजन, प्रत्यारोपण उपकरण, एक्स-रे तथा अन्य जाँचों पर व्यय आदि।
·         अन्य सभी व्यय जो रोगी के इलाज के दौरान अस्पताल के द्वारा वहन किया गया है।
10.योजना के अन्तर्गत कुल कितनी बीमारियां शामिल की गयी है?
योजना के अन्तर्गत 14 चिकित्सा विशेषज्ञता से सम्बन्धित कुल 1715 डिजीज पैकेज निर्धारित किये गये है।
11.योजना में कितनी सामान्य बीमारियां (Secondary illnesses) शामिल की गयी है?
इस श्रेणी में सामान्य बीमारियों से सम्बन्धित 1148 डिजीज पैकेज को सूचीबद्ध किया गया है।
12.योजना में कितनी चिन्हित गंभीर बीमारियाँ (Tertiary illness) शामिल की गयी है?
इसके अन्तर्गत गंभीर बीमारियों से सम्बन्धित 500 डिजीज पैकेज शामिल है जिनके इलाज हेतु Pre-Authorization (पूर्वनिर्धारिकरण) लेना अनिवार्य है।
13.राजकीय चिकित्सा संस्थानों हेतु आरक्षित पैकेज क्या है?
इसके अन्तर्गत 67 डिजीज पैकेज आरक्षित किये गये है जिनके इलाज के लिए बीमा कवर सिर्फ राजकीय चिकित्सा संस्थानों में इलाज कराने पर ही प्राप्त किया जा सकेगा।
14.मैं इलाज के लिये किस अस्पताल में जा सकता/सकती हूं?
योजना में 480 सरकारी एवं 568 निजी सम्बद्ध अस्पताल सम्मिलित है इनमें से किसी भी अस्पताल पर जा कर इलाज की सुविधा प्राप्त की जा सकती है। इन अस्पतालों की सूची वैबसाइट पर उपलब्ध है। टोल फ्री नम्बर 1800-180-6127 पर सम्पर्क करके भी यह सूचना प्राप्त की जा सकती है।
15.मेरे परिवार में कौन-कौन सदस्य इसका लाभ ले सकते है? क्या यह राशि परिवार के एक सदस्य के लिए है या सम्पूर्ण परिवार के लिए हैं?
योजना की वालेट राशि सम्पूर्ण परिवार के लिए हैं। एक परिवार के अन्तर्गत आने वाले वे सभी सदस्य जिनका नाम परिवार की महिला मुखिया के भामाशाह कार्ड या Rsby कार्ड में अंकित हो, वे इस योजना का लाभ ले सकते है।
16.मैंने वित्तिय वर्ष 2015-16 में मेरे परिवार के बीमा कवर की राशि का पूर्ण उपयोग कर लिया था। अब क्या वर्ष 2016-17 के लिए मुझे बीमा कवर की राशि प्राप्त होगी?
जी नहीं, यह बीमा कवर की राशि 13-12-2015 से 12-12-2016 तक लिए है। अतः 13 दिसम्बर 2016 से नए कवर की राशि प्राप्त होगी।
17.यदि राशि ईलाज के उपरान्त शेष बच जाती है, तो क्या अगले वर्ष उपयोग में ली जा सकती है?
नही, यह राशि एक वर्ष के लिये ही है। यदि राशि शेष रह जाती है तो वह योजना प्रारम्भ होने से एक वर्ष की समाप्ति पर स्वतः ही निरस्त हो जाती है।
योजना का लाभ कैसे लिया जावें ?*
18.योजना का लाभ लेने हेतु मुझे कौन-कौन से दस्तावेजों की आवश्यकता होगी?
योजना का लाभ लेने हेतु लाभार्थी परिवार की पहचान के लिये
·   भामाशाह कार्ड या
·   भामाशाह  Acknowledgement slip
·   आरएसबीवाई कार्ड अथवा उनके नम्बर द्वारा सत्यापन किया जा सकता है।
यदि भामाशाह कार्ड में मरीज का फोटो स्पष्ट नही है तो मरीज की पहचान के लिये आधार कार्ड या सरकारी अथवा अर्द्ध सरकारी संस्थाओं द्वारा जारी फोटो पहचान पत्र जैसे वोटर आईडी/ड्राईविंग लाईसेंस/पैन कार्ड/कोई अन्य फोटो पहचान पत्र की आवश्यकता होती है।
19.मरीज का व्यक्तिगत सत्यापन किस प्रकार से किया जाता है?
मरीज का व्यक्तिगत सत्यापन हेतु साफ्टवेयर में 2 प्रकार के तरीके है। वर्तमान में फिंगर प्रिन्ट एवं ओ.टी.पी. मैसेज द्वारा सत्यापन किया जा रहा है। इनसे सत्यापन नही होने पर कोई वैलिड फोटो आई.डी. लगाई जाती है।
20.मै कैसे पता कर सकता हूँ कि मैं एनएफएसए का पात्र हूं या नही?
अपने राशन कार्ड में अकिंत 12 डिजिट का नम्बर स्वास्थ्य मार्गदर्शक/टोल फ्री नम्बर 1800-180-6127/नजदीकी ई मित्र केन्द्र पर देकर अथवा अधिकृत राशन डीलर की ई-लिस्ट में आप अपनी पात्रता जांच सकते है।
21.मै कैसे पता कर सकता हूँ कि मैं भामाशाह स्वास्थ्य बीमा का लाभ ले सकता हूं या नही?
अपने परिवार के मुखियां के भामाशाह कार्ड में अकिंत 07 अक्षरों का नम्बर स्वास्थ्य मार्गदर्शक को दे कर/टोल फ्री नम्बर 1800-180-6127 पर सम्पर्क करके आप अपनी पात्रता जांच सकते है।
22.मै बीपीएल कार्ड धारक हूं, क्या मैं भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना का पात्र हूं?
भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में पात्रता हेतु एनएफएसए या आरएसबीवाई का लाभार्थी होना आवश्यक है। परिवार के मुखियां के भामाशाह कार्ड में अकिंत 07 अक्षरों का नम्बर अथवा भामाशाह ई-आई.डी. स्वास्थ्य मार्गदर्शक/टोल फ्री नम्बर 1800-180-6127/ नजदीकी ई मित्र केन्द्र पर दे कर आप अपनी पात्रता जांच सकते है।
23.मेरे पास भामाशाह कार्ड है। क्या मैं भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ ले सकता हूँ?
केवल भामाशाह कार्ड होने से भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में लाभार्थी होना जरूरी नही है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) में आने वाले पात्र परिवार जिनका राशन कार्ड परिवार की मुखिया के भामाशाह कार्ड से लिंक हो गया है तथा भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के साफ्टवेयर में 7 अक्षरों का भामाशाह नम्बर डालने पर एनएफएसए लाभार्थी प्रदर्शित हो जाता है तो योजना का लाभ दिया जा सकता है।
24.मै वृद्वावस्था पेंशन योजना का पात्र हूं एवं मेरे पास भामाशाह कार्ड भी है, क्या मै इस योजना का पात्र हूं?
केवल भामाशाह कार्ड होने से भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में लाभार्थी होना जरूरी नही है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) में आने वाले पात्र परिवार जिनका राशन कार्ड परिवार की मुखिया के भामाशाह कार्ड से लिंक हो गया है तथा भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के साफ्टवेयर में 7 अक्षरों का भामाशाह नम्बर डालने पर एनएफएसए लाभार्थी प्रदर्शित हो जाता है तो योजना का लाभ दिया जा सकता है।
25.मुझे भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना का कार्ड बनवाना है? यह कहाँ बनेगा?
योजना के अन्तर्गत कोई अलग से कार्ड नहीं बनाया जाता है। जब भी आपके परिवार का कोई सदस्य इलाज के लिए अस्पताल जाए तो परिवार की महिला मुखिया का भामाशाह कार्ड/आर.एस.बी.वाई. कार्ड, अथवा इनका नम्बर अवश्य साथ लेकर जावें, लाभार्थी परिवार की पहचान अस्पताल द्वारा कर ली जायेगी। यदि किसी व्यक्ति द्वारा भामाशाह कार्ड बनवाने के लिये आवेदन किया गया है एवं उसे भामाशाह कार्ड नम्बर प्राप्त नही हुआ है तो भामाशाह कार्ड की Acknowledgement slip द्वारा भी लाभार्थी परिवार की पहचान की जा सकती है।
26.क्या कोई योजना से सम्बद् अस्पताल मुझे भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ देने से मना कर सकता है?
जी हा, निम्न परिस्थितियों में मना किया जा सकता हैः
1.उस अस्पताल में इलाज के लिए विशेषज्ञ सुविधा उपलब्ध नहीं है।
2.यदि अस्पताल द्वारा सम्बन्धित बीमारी का पैकेज नहीं चुना गया है।
3.यदि आपके परिवार के वालेट में पर्याप्त राशि उपलब्ध नहीं है।
27.मेरे परिवार के वालेट में 15000रु की राशि उपलब्ध है परंतु इलाज के लिए मेरा पैकेज 18000रु है। क्या मैं अतिरिक्त राशि जमा करा कर अस्पताल में योजना में इलाज ले सकता हूँ?
जी नहीं। यह मरीज परिवार के लिए पूर्णतः निःशुल्क योजना है। आप अतिरिक्त राशि जमा करा कर इलाज नहीं ले सकते है। यदि आपातकालीन स्थिती है तथा मरीज गंभीर हालत में है तो राशि में बढोतरी राज्य स्तर से की जा सकती है।
28.लाभार्थी कितनी बार इस योजना के अन्तर्गत इलाज करा सकता है?
परिवार के वालेट में उपलब्ध राशि के शेष रहने तक लाभार्थी परिवार द्वारा इस योजना में कितनी बार भी इलाज करवाया सकता है।
29.योजना में शामिल पैकेज की सूचना कहां से प्राप्त की जा सकती है?
उक्त सूचना चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की वैबसाइट www.rajswasthaya.com एवं योजना की वैबसाइट www.healthrajasthan.gov.in पर उपलब्ध है। यह सूचना टोल फ्री नम्बर 1800-180-6127 से भी ली जा सकती है।
30.योजना से जुड़े अस्पतालों की सूचना कहां से प्राप्त की जा सकती है?
उक्त सूचना चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की वैबसाइट www.rajswasthaya.com एवं योजना की वैबसाइट www.healthrajasthan.gov.in पर उपलब्ध है। यह सूचना टोल फ्री नम्बर 1800-180-6127 से भी ली जा सकती है।
31.क्या योजना के अन्र्तगत लाभ लेने के लिये स्वास्थ्य संस्थान पर 24 घंटे भर्ती होना आवश्यक है?
जनरल वार्ड प्रतिदिन पैकेज एवं आईसीयू प्रतिदिन पैकेज के अतिरिक्त अन्य किसी भी बीमारी का लाभ लेने के लिये 24 घंटे भर्ती होना आवश्यक नही है।
32.मुझे केवल अपनी कुछ/सभी जांचे करवानी है क्या भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के अन्तर्गत केवल जांच करवायी जा सकती है?
जी नही, योजना में इस प्रकार का कोई प्रावधान नही है।
33.क्या योजना के अन्र्तगत प्रसव सेवा का लाभ लिया जा सकता है।
जी हाँ, राजकीय अथवा अधिकृत निजी अस्पताल में योजना के अन्तर्गत प्रसव सेवा का लाभ लिया जा सकता है।                   34.क्या योजना के अन्तर्गत प्रसव सेवा का लाभ लेने पर जननी सुरक्षा योजना की प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जायेगा?
राजकीय एवं जननी सुरक्षा योजना के अन्तर्गत सम्बद्ध निजी अस्पतालो में जननी सुरक्षा योजना की प्रोत्साहन राशि का भुगतान पूर्ववत किया जाता रहेगा।
35.अस्पताल से डिस्चार्ज होने के कितने दिनो बाद तक मरीज फालोअप हेतु आ सकता है?
डिस्चार्ज होने के 15 दिन के भीतर मरीज फालोअप हेतु आ सकता है। साथ ही 15 दिन की दवाईयाँ आदि भी पैकेज के तहत निःशुल्क उपलब्ध कराई जायेगी।
36.क्या लाभार्थी परिवार का मरीज ओ.पी.डी. में परामर्श, दवायें और जांचो आदि में किये गये व्यय का भुगतान इस योजना के द्वारा प्राप्त कर सकता है?
हाँ, यदि मरीज को ओ.पी.डी. मे दिखाने के 7 दिन के भीतर भर्ती किया जाता है तो उसके द्वारा पूर्व में किया गया दवाईयों, जांचो, परामर्श शुल्क आदि में हुये व्यय को भी क्लेम पैकेज में शामिल किया जायेगा। बशर्ते की यह उसी अस्पताल में हुआ है जिसमें वह इलाज करा रहा है।
37.क्या इस योजना के अन्तर्गत केवल योजना के बाद की (13 दिसम्बर 2015) बीमारिया हीं शामिल है?
नहीं, इस योजना के अन्तर्गत योजना चालू होने से पूर्व की बीमारियों हेतु भी चिकित्सा कवर सम्मिलित है।
38.क्या उक्त लाभार्थी परिवार में शामिल नवविवाहिता को भी इस योजना का लाभ मिलेगा?
हाँ, परन्तु इसके लिये नवीन वधु का नाम भामाशाह कार्ड में तत्काल जुडवाया जाये। इसके लिए वो अपने नजदीकी ई-मित्र केन्द्र अथवा अटल सेवा केन्द्र (ई-मित्र की सुविधायुक्त) पर जाकर अपना नाम जुडवा सकते हैं। भामाशाह कार्ड में नाम होने पर ही भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ प्राप्त हो सकेगा अन्यथा लाभ नही मिलेगा।
39.मेरे परिवार का भामाशाह कार्ड़ बना हुआ है पर किसी सदस्य का नाम नहीं जुडे होने पर उसे लाभ मिल पायेगा?
नही, भामाशाह कार्ड में नाम होने पर ही भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ प्राप्त हो सकेगा। यदि परिवार के किसी भी सदस्य का नाम भामाशाह कार्ड में जुडने से रह गया है तो उसका नाम भी तत्काल जुडवाया जाये।
40.परिवार ने भामाशाह कार्ड के लिए आवेदन कर दिया है, परन्तु भामाशाह कार्ड प्राप्त नहीं हुआ है, ऐसी स्थिति में योजना का लाभ किस प्रकार लिया जा सकता है?
ऐसे परिवारों को भामाशाह कार्ड के आवेदन के समय एक Acknowledgement slip दी जाती है, ऐसे पात्र परिवारों के लिये साफ्टवेयर में Bhamashah EID विकल्प का प्रावधान किया जा चुका है। । Acknowledgement slip पर अंकित EID नम्बर डालने पर राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के पात्र परिवार आने पर लाभ दिया जा सकेगा।
41.मेरा परिवार NFSA का लाभार्थी है परन्तु साफ्टवेयर में भामाशाह कार्ड द्वारा NFSAपरिवार नहीं दिखाने पर क्या करे?
यदि भामाशाह कार्ड बनवाते समय आपने राशन कार्ड की एन्ट्री भामाशाह कार्ड में नही करवायी है तो ऐसी स्थिती में भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के साफ्टवेयर में NFSA परिवार नहीं दिखायेगा। ऐसी स्थिती में अपने नजदीकी ई-मित्र केन्द्र अथवा अटल सेवा केन्द्र (ई-मित्र की सुविधायुक्त) पर जाकर अपने राशन कार्ड की संख्या भामाशाह कार्ड में जुडवा सकते हैं।
42.भामाशाह कार्ड में राशन कार्ड़ नम्बर जुडवाने के कितने समय पश्चात यह सूचना भामाशाह कार्ड में अपडेट होती है?
यह सूचना लगभग 48 घन्टे में भामाशाह पोर्टल पर अपडेट हो जाती है।
43.NFSA का लाभार्थी होने का सत्यापन किसके द्वारा किया जावेगा?
यह सत्यापन सम्बन्धित क्षैत्र के उपखण्ड़ अधिकारी द्वारा किया जाता है।
44.क्या योजना के अन्तर्गत परिवहन सेवा भी निःशुल्क उपलब्ध है?
सामान्यतः नहीं। परन्तु हृदय रोग तथा अत्याधिक आघात Poly Trauma की स्थिति में 100 रु प्रति डिस्चार्ज यात्रा भत्ता का प्रावधान है जो की वर्ष में अधिकतम रु0 500 प्रति परिवार हो सकता है। यह इलाज करने वाले संस्थान द्वारा दी जायेगी।
45.स्वास्थ्य संस्थान पर योजना की जानकारी किसके द्वारा प्राप्त की जा सकती है?
इस योजना के अन्तर्गत प्रत्येक स्वास्थ्य संस्थान पर योजना की जानकारी देने एवं रोगी की सहायता हेतु स्वास्थ्य मार्गदर्शक उपलब्ध है।

बुधवार, 14 सितंबर 2016

गांव का विकास - हिंदी

हर कोई चाहता है की उसके गांव में जो समस्या है,वह दूर हो जाए ताकि वह अपना जीवन ख़ुशी ख़ुशी बिता पाए | मित्रो आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में कोई किसी के लिए नहीं सोचता | बस हर कोई अपनी लाइफ को बेहतर से बेहतर बनाने की कोशिश में लगे रहते है |जीवन के हर मोड़ पर एक नया रास्ता हमे नजर आता है | उसी मार्ग से हमे गुजरना होता है,पर कुछ लोग समझ जाते है की रास्ते में कई रुकावट आएगी, पर मुझे अपनी मंजिल तक पहुँच ही जाना है | दोस्तों आज १४ सितम्बर का दिन है यानी की आप सभी जानते है आज विश्व हिंदी दिवस है | मुझे भी पता था जब मैं अपने दोस्तों से आज के विषय की चर्चा करने बैठा | मुझे ऐसा लग रहा था की हिंदी की चर्चा करने से क्या होगा |सब हिंदी जानते है | इसीलिए मैं नहीं चाहता था की आज हिंदी दिवस पर मैं हिंदी के बारे में कोई बात करु | मेरे सभी मित्र एक एक करके कहने लगे की विनोद जी आज इस मुद्दे पर चर्चा करते है | अधिकतर दोस्तों का विषय नशामुक्ति था | लेकिन दूसरे ही पल एक मित्र ने कहा की विनोद जी आज हिंदी दिवस है और नशामुक्ति की चर्चा तो हम अन्य किसी दिन भी कर सकते है | मेने भी अपने सभी दोस्तों को बोल दिया की चलो ठीक है फिर आप सभी कहते हो तो हम आज हिंदी दिवस की ही बात करते है | फिर क्या था शुरू हुई हिंदी दिवस की चर्चा | एक मित्र कहने लगा की विनोद जी हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है | आज हम अधिकतर हिंदी भाषा का उपयोग करके कई तरह के कार्यो को करते है | हम भले अपने घर में किसी अन्य भाषा का उपयोग करते हो पर हमसे मिलने वाले अधिकतर लोगो से हमारी बातचीत हिंदी भाषा में होती है |दोस्तों के कहने पर मेने आज का विषय हिंदी तो रख दिया पर सभी के लिए हिंदी दिवस कब शुरू हुआ ? किसने शुरू किया ?क्यों मनाते है ? कैसे इसका महत्व बढ़ाया जाए |क्यों जरुरी है हिंदी हमारे लिए  इन सभी बिंदुयो पर चर्चा नहीं करनी मेने अपने दोस्तों से ये भी कहा | ये सुनकर सभी दोस्त एक साथ बोलने लगे की विनोद भाई फिर हम हिंदी दिवस की क्या बात करेंगे | मेने अपने सभी दोस्तों को कहा की मैं एक सवाल पूछता हूँ उसका आप जवाब दीजियेगा |सभी कहने लगे ठीक है पूछो क्या पूछना चाहते हो | मेने सभी से कहा की देखो हम सब युवा है,और हम रोज रोज एक मुद्दे पर चर्चा इसलिए करते है की हम अपने समाज को देश को और गांव में जो विकास नहीं हो रहा है वह कर सके | और हम हररोज होने वाली इस चर्चा से बहुत कुछ सीखते भी है | मेरा सवाल ये है की क्या हिंदी हमारे गांव की समस्या हल कर सकती है ? क्या हिंदी हमारे गांव के विकास के लिए कोई कदम उठाने में सहयोगी बन सकती है | कई दोस्त कहने लगे की हिंदी अगर हर कोई व्यक्ति सिख जाए तो विकास संभव है | किसी ने कहा की गांव के लोगो को हिंदी सिखाई जाए तो विकास होगा | जो मुझे कह रहे थे की आज हर कोई हिंदी जानता है | स्कूल में भी हिंदी पढाई जाती है,बच्चे भी हिंदी सीख रहे है |मेने कहा की आप सभी का कहना ठीक है पर हिंदी हमारे गांव का विकास कैसे करेगी ? सब चुप थे हर कोई कुछ न कुछ कहकर बस हिंदी की महिमा करने में लगा था | तभी मुझे लगा की अब वैसे भी समय काफी हो चूका है | ऐसा सोचकर मेने अपने सभी दोस्तों को मेरे सवाल का जवाब दे दिया | मेने कहा दोस्तों हमारे भारत देश के अधिकतर राज्य हिंदी भाषी क्षेत्र है | इन राज्यो में रहने वाले काफी लोग हिंदी जानते है | हिंदी का उपयोग करते है | पर कैसे ये हिंदी मेरे गांव का विकास करे और कैसे समस्या का समाधान करे तो अगर मैं अपनी समस्या के बारे में हिंदी में लिखकर इन सभी राज्यो को भेजू | सभी अधिकारियो को भी कोई एक व्यक्ति अगर हिंदी में उन सभी समस्याओ से अवगत करवाये तो भी तो इन समस्याओ का समाधान हो सकता है |और ये सबकुछ कई जगह पर कुछ युवा और कई जागरूक लोग कर भी रहे है |इस तरह हम अपने गांव का विकास हिंदी के जरिये कर सकते है | वैसे सवाल बहुत साधारण था | लेकिन हमे बहुत कुछ कह रहा है | अंत में बस यही कहना है की हिंदी का उपयोग कर गांव का विकास जरूर करे | हिंदी सबकुछ कर सकती है,आप बस उसका उपयोग करो |

मंगलवार, 13 सितंबर 2016

प्यार का दूसरा नाम परिवार


प्यार एक ऐसा शब्द है जिसके बारे में हर कोई व्यक्ति बहुत कुछ सोचता है | बहुत से लोग कहते है की प्यार का होना ही हमारे जीवन का होना माना जाता है | बिना प्यार की जिंदगी कुछ भी नहीं होती जैसे जेब में नॉट नहीं तो कुछ भी नही की तरह | वैसे हर कोई प्यार के बारे में जो सोचता है वो उनके अनुरूप सही है | क्योंकि कोई गलत नही होता और कोई सही नहीं होता,परन्तु बिना हार के जीत भी तो नही होती | जब भी अपने दोस्तों से में किसी मुद्दे पर या किसी विषय पर चर्चा करता हूँ,तो कई तरह के अच्छे और बुरे दोनों विचार मुझे जानने को मिलते है | इस बार जब मैं प्यार के बारे में अपने दोस्तों से चर्चा कर रहा था तो मेरे एक मित्र ने मुझसे कहा की विनोद जी आज प्यार का मतलब केवल मतलब रह गया है लोग स्वार्थ का प्यार देखते है जहा पैसा वहाँ प्यार जहा पैसा नही वहाँ प्यार भी नहीं | और साथ ही आज के युवा पीढ़ी की तो बात ही अलग हो गई है उन्हें माता पिता का प्यार भाई बहन का प्यार नहीं दिखता केवल और केवल अपनी दोस्त का प्यार दिखता है | वो घर वालो से जितनी बात नही करेगा उससे कही ज्यादा बात अपने एक ही दोस्त से करता है | यह हमारे समाज की संस्कृति नही है | मेने उनसे पूछा की इसमें बदलाव कैसे किया जा सकता है |उन्होंने कहा की हमे आजके बच्चो को संस्कार देने होंगे | मुझे भी लगा की मेरे मित्र सही कह रहे है की आज के समय में हमे हमारे युवा पीढ़ी में जो संस्कार या अच्छे गुण नहीं है उसे डालने की जरुरत है |
एक मित्र ने कहा की विनोद भाई प्यार मोहब्बत की बात करने से क्या होगा | आपको शिक्षा के बारे में बात करनी चाहिए | आज जो शिक्षक छोटी कक्षा में पढ़ाते है वे ज्यादा मेहनत करते है पर उन्हें कम पगार और जो बड़ी कक्षायों को पढ़ाते है पर पढ़ाते बहुत कम और मेहनत भी ज्यादा नही करते उन्हें ज्यादा पगार | ये सिस्टम बदलना चाहिए | मेने उनसे कहा आपके अनुसार अगर ये समस्या है तो इसका समाधान कौन करेगा | उन्होंने कहा हम | मेने पूछा हम से क्या मतलब है आपका? कौनसी उम्र के लोग ? कहने लगे आज के युवा | फिर मेने उन्हें कहा की आज का युवा अधिकतर इन सब मामलो के बजाय स्वार्थ के प्यार में पड़ा हुआ है | और प्यार का सही अर्थ भी नहीं जानता | तो वो कैसे ये सबकुछ बदलेगा | फिर मेने कहा की मैं इसीलिए इस विषय पर चर्चा कर रहा हूँ की आजका युवा सच्चे प्यार को समझे और जो करने की जरुरत है उसे करे |
एक और दोस्त कहने लगा प्यार का कभी अंत नहीं होता | निस्वार्थ भाव का प्यार तो मीरा और राधा का था जिसे आज भी हम जब भी प्यार की बात करते है तो याद करते है | मेने इस दोस्त को पूछा ये बताओ क्या प्यार समाज को बदल सकता है इस दोस्त ने कहा हां जरूर बदल सकता है | मेने पूछा केस बदलेगा प्यार से समाज तो  कहने लगे की खुद से प्यार करके | ये बड़ी सोचने वाली बात लगी मुझे की कोई खुद को प्यार करके कैसे समाज को बदला सकता है | दोस्तों एक बात याद आ रही है आपने भी सुनी होगी की जो बदलाव आप समाज में देखना चाहते है वही बदलाव खुद बन जाइये समाज खुद बदल जायेगा |बस उसी तरह जब हम किसी से प्यार करते है तो उसके लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाते है | अगर हम अपने आप से प्यार करेंगे तो क्या हम अपने आपको नहीं बदलेंगे | बदलेंगे इसीलिए तो खुद से प्यार करना चाहिए |
प्यार की चर्चा में शामिल एक दोस्त कहने लगे की मेने तो आज तक किसी का प्यार नहीं हाशिल किया क्योंकि प्यार पाने के लिए पैसे की जरुरत होती है और दूसरा मन से प्यार किया जाए | दुनिया में ९०% लोग ऐसे होंगे जो पैसे  के बलभूते अपने प्यार को जिन्दा रखे हुए है बिना पैसे के हम किसी की जरुरत को नहीं पूरा कर सकते  | इसीलिए प्यार को पाने के लिए पैसे की जरुरत होती है १० % लोग ऐसे होंगे शायद जो की बिना पैसे की प्यार करते होंगे |
दोस्तों यहाँ पर अपने विचारो को पूर्ण करना चाहूंगा पर अंत में ये जरूर कहना चाहता हूँ की प्यार का दूसरा नाम परिवार है | जब आप अपने परिवार को समय देते है तो आप प्यार के सही अर्थ को समझने लगते है | आपको आपके पापा का आपके प्रति प्यार देखने को मिलता है | आपकी माँ का प्यार आप समझने लगते है | आपकी प्यारी बहन आपसे जो प्यार करती है | वही प्यार आप उससे करने लगते है | एक भाई अपने भाई से बहुत प्यार करता है पर जब तक वो एक दूसरे से मिलकर नहीं रहेंगे तब तक नहीं पता चलेगा भाई हमसे कितना प्यार करता है | जब आप पढ़ने के लिए हॉस्टल या बहार कही रूम पर रहकर पढाई कर रहे होते है तब आपको घर की परिस्थिति से दूर रखा जाता है लेकिन जब आप घर  जाते है तो बहुत कुछ पता चलता है | खास तौर पर आपके घर की परिस्थिति | तब आपको अहसास होता की मेरा परिवार मुझसे कितना प्रेम करता है | दोस्तों अगर आप भी अपने परिवार से दूर रहते है तो परिवार में रहके देखिये आपको सच्चा और पहला प्यार मिल जायेगा |
जब हम परिवार में जाते है तो परिवार को सुधारने की कोशिश करते है वही कोशिश हर कोई अपने अपने परिवार के लिए करने लगे तो देश सुधर जायेगा | 
उम्मीद करता हूँ आपको ये लेख पसन्द आया होगा | अपने सुझाव जरूर दे |

गुरुवार, 8 सितंबर 2016

शादी का खर्च

शादी का खर्च 


१.डीजे सिस्टम से लोगो का अधिक पैसा खत्म होता है उसे बंद करना चाहिए |
२.जब दुल्हन को लेने बारात जाती है तो उस समय जब लेनदेन की बात होती है उसमे भी हर जगह अलग अलग लेनदेन हो रहा है जिसे अपने आदिवासी समाज में एक ही किया जाए | 
३.उसमे जो लेनदेन नहीं होना चाहिए वो भी होता है ,इसीलिए जो जरुरी है उसी लेनदेन को किया जाए | 
४.लेनदेन को आदिवासी भाषा में कोमले बेहवु कहते है |
५.लड़की का दापा दिन बी दिन बढ़ता जा रहा है उसे भी लोग कम करना चाहते है | 
दापा का मतलब है - शादी से पहले लड़के पक्ष के लोग लड़की पक्ष के परिवार को तय की हुई रकम अदा करते है जिसे दापा कहते है |